વિતેલી હોય પોતાના પર તો જ શબ્દો સમજાય છે …….બાકી તો બધાને સુવિચાર જ દેખાય છે…..

सिर्फ तूने ही कभी मुझको अपना न समझा,जमाना तो आज भी मुझे तेरा दीवाना कहता है!

इतनी मनमानीयां भी अच्छी नही होती,तुम सिर्फ अपने ही नहीं मेरे भी हो

कल ही तो तौबा की मैंने शराब से.. कम्बख्त मौसम आज फिर बेईमान हो गया।

कोई मुक़दमा ही कर दो हमारे सनम पर,कम से कम हर पेशी पर दीदार तो हो जायेगा

धड़कनों को भी रास्ता दे दीजिये हुजूर,आप तो पूरे दिल पर कब्जा किये बैठे है

उनकी चाल ही काफी थी इस दिल के होश उड़ाने के लिए, …अब तो हद हो गई जब से वो पाँव में पायल पहनने लगे…

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